अहमदाबाद विमान हादसे पर वायुसेना प्रमुख का बड़ा खुलासा: टेकऑफ़ के समय इंजन की ऊर्जा में आई थी कमी

कोलकाता: अहमदाबाद प्लेन क्रैश पर पूर्व वायुसेना प्रमुख अरूप राहा का बयान – "एक अहम चरण में इंजन की ऊर्जा में आई कमी, संभलने का समय ही नहीं मिला"



कोलकाता, 14 जून: अहमदाबाद विमान दुर्घटना की प्रारंभिक जांच को लेकर पूर्व वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल (सेवानिवृत्त) अरूप राहा ने शनिवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने दावा किया कि 12 जून को अहमदाबाद हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हुए एअर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान के इंजन में "एक अत्यंत महत्वपूर्ण चरण" में ऊर्जा की आपूर्ति बाधित हो गई थी।

राहा ने कहा, “आप जब टेकऑफ़ कर रहे होते हैं, आपकी ऊंचाई कम होती है और वक्त बहुत ही सीमित होता है। इंजन की शक्ति में कमी का मतलब है कि विमान रुक जाएगा और तेजी से नीचे गिरेगा… और यही हुआ।”

241 यात्रियों की मौत, ग्राउंड पर भी कई हताहत

गौरतलब है कि एअर इंडिया की उड़ान AI171 अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट जा रही थी, लेकिन टेकऑफ के तुरंत बाद यह एक मेडिकल कॉलेज परिसर की इमारतों से टकरा गई। हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई। जमीन पर भी कई लोगों की जान गई।

साजिश की संभावना को नकारा, जांच तक अटकलों से परहेज की सलाह

पूर्व एयर चीफ मार्शल ने कुछ लोगों द्वारा जताई गई तोड़फोड़ की आशंका को खारिज करते हुए कहा कि ऐसी अटकलों से बचा जाना चाहिए। “जब तक नागरिक विमानन महानिदेशालय (DGCA) और अन्य एजेंसियां अपनी जांच पूरी नहीं कर लेतीं, कोई भी अनुमान लगाना जल्दबाजी होगी।”



संभावित तकनीकी कारणों की ओर इशारा

राहा ने बताया कि बोइंग 787-8 के इंजन आमतौर पर बहुत विश्वसनीय होते हैं और दोनों इंजनों का एक साथ फेल होना “एक अरब में एक” जैसी दुर्लभ घटना है। उन्होंने संभावित कारणों के रूप में ईंधन में मिलावट, सॉफ्टवेयर गड़बड़ी, या नियंत्रण प्रणाली की खराबी की बात कही।

उन्होंने कहा, “ऊर्जा की आपूर्ति का रुकना किसी तकनीकी गड़बड़ी की ओर इशारा करता है। साजिश जैसी बातों में मेरा विश्वास नहीं है।”

इंजन निर्माण में आत्मनिर्भरता पर जोर

ICCI (इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स) के कार्यक्रम में भाग लेते हुए राहा ने भारत में विमान इंजनों के निर्माण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि रक्षा और नागरिक विमानन में आत्मनिर्भरता लाने के लिए MSME सेक्टर की बड़ी भूमिका हो सकती है।

पक्षी टकराने की संभावना भी खारिज

पूर्व वायुसेना प्रमुख ने यह भी कहा कि उन्हें नहीं लगता कि इस हादसे का कारण किसी पक्षी से टकराना रहा होगा। साथ ही उन्होंने एयर इंडिया के अंदरूनी तंत्र पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि कंपनी के ही कुछ व्हिसलब्लोअर्स द्वारा की गई शिकायतों की भी जांच की जानी चाहिए।


यह खबर अब DGCA की आधिकारिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जो इस भीषण हादसे की असली वजहों से पर्दा हटा सकती है।

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