गेवरा बस्ती|कोरबा (छत्तीसगढ़ राज्य ब्यूरो चीफ : ओम प्रकाश पटेल) में हर सप्ताह लगने वाला गुरुवार बाजार इन दिनों जाम और अव्यवस्था का पर्याय बनता जा रहा है। बीते गुरुवार को स्थिति इतनी बिगड़ गई कि मुख्य सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया। दो कारों के बीच टक्कर होते-होते बची। हालांकि, यह बाजार नगरपालिका के अधिकार क्षेत्र में आता है, लेकिन प्रशासन और परिवहन विभाग की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
जाम की मुख्य वजहें:
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व्यापारियों द्वारा नाली पार कर सड़क पर सामान फैलाना:
कई व्यापारी नाली को पार कर अपने सामान को सड़क के ऊपर तक फैला देते हैं, जिससे सड़क संकरी हो जाती है और जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। -
सड़क पर बाइक पार्किंग:
गुरुवार को बाजार के दौरान लोग अपनी बाइकें सड़कों पर ही खड़ी कर देते हैं। इससे यातायात में बाधा आती है और दुर्घटना का खतरा भी बढ़ जाता है। -
सड़क के बीचोबीच एक ठेले वालों का कब्ज़ा:
कुछ ठेले वाले मुख्य सड़कों पर, विशेषकर पंतोरा रोड और हरदीबाजार रोड के बीचों बीच जिसमे रोड को इंडिगेट करने वाले बोर्ड को भी तिरपाल से घेर कर ढक दिया गया हैं। जीससे इन महत्वपूर्ण मार्गों पर यातायात पूरी तरह से बाधित हो जाता है।
प्रशासन की उदासीनता:
इस समस्या को लेकर कुछ दिन पूर्व ही इस मुद्दे को प्रकाशित किया गया था, लेकिन इसके बावजूद बांकी मोंगरा नगरपालिका द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। लगता है कि जब तक कोई बड़ा हादसा नहीं हो जाता, न तो व्यापारियों की आंखें खुलेंगी और न ही नगरपालिका के अधिकारी जागेंगे।
यातायात नियमों की अनदेखी:
गुरुवार के दिन खुलेआम यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती हैं। ऐसे में परिवहन विभाग को भी सख्ती दिखानी चाहिए। जो वाहन सड़क पर अवैध रूप से पार्क किए जाते हैं, उन पर चालान की कार्रवाई होनी चाहिए।
सुधार की आवश्यकता:
रोड के ऊपर सामान या ठेला लगाकर रखने वाले व्यापारियों पर भी उचित कार्रवाई आवश्यक है ताकि यातायात की व्यवस्था को सुचारू रखा जा सके और किसी बड़े हादसे को रोका जा सके।
निष्कर्ष:
गुरुवार बाजार गेवरा बस्ती के लिए सुविधाजनक व्यापार स्थल है, लेकिन अगर प्रशासन और व्यापारी जिम्मेदारी न दिखाएं, तो यह एक बड़ा दुर्घटनास्थल भी बन सकता है। नगर पालिका और परिवहन विभाग को इस ओर अविलंब ध्यान देना चाहिए।