कोरबा 19/05/2025 छत्तीसगढ़ ( राज्य ब्यूरो चीफ़ ओम प्रकाश पटेल ) : SECL की गेवरा खदान के अंतर्गत आने वाले नराईबोध गांव में मुआवजा कटौती और पुनर्वास (बसावट) को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को जारी विरोध प्रदर्शन के दौरान ग्रामीण महिला शशि साहू का गुस्सा अधिकारियों पर फूट पड़ा।
प्रदर्शन स्थल पर मौजूद SDM और SECL कर्मचारियों को घेरते हुए शशि साहू ने साफ शब्दों में कहा, “हम नराईबोध वालों का हक हमे दो! मुआवजा में कटौती करोगे तो हमारे मकान का लागत कैसे मिलेगा?”
भावुक होते हुए शशि ने बताया कि “मेरे पापा मरने से पहले मेरे लिए घर बना कर गए हैं। अब अगर मुआवजा पूरा नहीं मिलेगा तो मैं कहां जाऊंगी ?”
ग्रामीणों का आरोप है कि SECL द्वारा मनमाने ढंग से मुआवजा तय किया जा रहा है और पुनर्वास स्थल को लेकर भी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है। प्रदर्शनकारी ग्रामीणों की मांग है कि सभी बिंदुओं पर पारदर्शिता लाई जाए और उन्हें उनका वैध अधिकार दिया जाए।
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शशि साहू ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक बसावट और मुआवजे से जुड़ी सभी बातें साफ-साफ नहीं बताई जाएंगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
विरोध प्रदर्शन को लेकर प्रशासन और कंपनी की ओर से अब तक कोई ठोस प्रतिक्रिया सामने नहीं आई थी।
मगर उसी दिन शाम में वंहा से एक लिखित पत्र दिया गया जिसमे नियमो का हवाला देते हुए 100% मुआवजा होगा बोलकर हड़ताल को स्थगित कराया गया व सर्वे व जाँच के लिए एक टीम भेजेंगे बोले थे जिससे मुआवजा में हो रही कटौती को रोका जा सके मगर उसमे भी कोई सही से मूल्यांकन नहीं किया जा रहा है। नियमो का हवाला देकर अपना रास्ता SECL के अधिकारी साफ़ कर रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द हल नहीं निकला, तो आंदोलन दोबारा किया जाएगा और उग्र रूप दिया जाएगा।