साल भर रेत की लूट, अब सख्ती के बाद टूटी चुप्पी: हीरू जायसवाल और कादिर खान के अवैध भंडारण पर बड़ी कार्रवाई
कोरबा।(CG ई खबर) रेत माफिया पर आखिरकार प्रशासन का डंडा चला है। साल भर तक बिना रोक-टोक के अवैध रेत का खनन, परिवहन और भंडारण करते रहे रसूखदारों पर अब शिकंजा कसता दिखाई दे रहा है। कलेक्टर अजीत वसंत के निर्देश पर शुक्रवार को खनिज विभाग और पुलिस ने संयुक्त छापेमारी करते हुए कपाटमुड़ा-भैरोताल और बरमपुर क्षेत्र में लगभग 2000 से अधिक ट्रैक्टर रेत को जप्त किया।
इस कार्रवाई में भाजपा नेता के पुत्र हीरू जायसवाल और कथित कांग्रेस नेता कादिर खान के नाम सामने आए हैं, जिनके द्वारा वर्षों से यह रेत का अवैध कारोबार संचालित किया जा रहा था। प्रशासन की सख्ती के बाद इन रसूखदारों के डंपिंग यार्ड्स पर छापेमारी की गई और अकूत मात्रा में रेत जब्त की गई।
छापेमारी की प्रमुख बातें:
- कपाटमुड़ा-भैरोताल यार्ड में करीब 2000 ट्रैक्टर रेत का भंडारण अवैध रूप से पाया गया।
- स्थानीय लोगों ने इसकी जिम्मेदारी कादिर खान पर डाली।
- बरमपुर क्षेत्र में हीरू जायसवाल द्वारा 250 ट्रैक्टर रेत अवैध रूप से जमा की गई थी।
- दो अन्य स्थानों पर भी 50-50 ट्रैक्टर रेत पाई गई।
- सभी स्थानों पर जप्ती और पंचनामा की कार्रवाई की गई।
कार्रवाई में कौन-कौन थे शामिल:
- दर्री सीएसपी विमल कुमार पाठक
- जिला खनिज अधिकारी उत्तम खूंटे
- कुसमुंडा थाना प्रभारी निरीक्षक युवराज तिवारी
- सर्वमंगला चौकी प्रभारी विभव तिवारी
इस कार्रवाई के बाद न केवल रेत माफियाओं में हड़कंप मचा है, बल्कि आम जनता भी चकित है कि यह कारोबार अब तक किस तरह से बिना किसी रोक के चलता रहा।
बड़ा सवाल:
क्या सिर्फ जप्ती और जुर्माना लगाकर ही इस मामले को रफा-दफा किया जाएगा?
क्या हसदेव नदी को हुए नुकसान के लिए इन पर कोई पर्यावरणीय कार्रवाई भी होगी?
और क्या अब प्रशासन रेत माफिया के इस नेटवर्क पर स्थायी अंकुश लगा पाएगा?
इन सवालों के जवाब आने वाले समय में प्रशासन की मंशा और कार्रवाई की गंभीरता तय करेंगे। फिलहाल, एक बड़ी शुरुआत जरूर हुई है, लेकिन असली लड़ाई अब शुरू हुई है।