कोरबा/कुसमुण्डा। (CG ई खबर) साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) कुसमुंडा क्षेत्र का पर्सनल विभाग एक बार फिर सुर्खियों में है — इस बार वजह है "बिल बढ़ाकर भुगतान" का संगठित खेल! पहले भी विभाग के पूर्व अधिकारी के कार्यकाल में घपले-घोटालों की बातें उठ चुकी थीं, मगर कार्यवाही की जगह उन्हें सम्मानजनक सेवानिवृत्ति दे दी गई। अब वही कहानी नए अधिकारी के कार्यकाल में भी दोहराई जा रही है, जिन्हें प्रमोशन के जरिए पास की ही कुर्सी से लाया गया है।
मनमाने रेट, मनचाहे ठेकेदार
सूत्रों की मानें तो हाल ही में जटराज गांव में भूमि अधिग्रहण के दौरान टेंट, वाहन, खानपान जैसी व्यवस्था के लिए कुछ खास ठेकेदारों को अनुचित रूप से फायदा पहुँचाया गया।
- ₹150 वाली खाने की प्लेट अब ₹180 में!
- ₹15-20 हजार वाला टेंट अब ₹30-40 हजार में!
- पुरानी गाड़ियों से काम लेकर नई गाड़ियों के नाम पर बिलिंग!
- 50 KM चलने वाले वाहन का बिल 200-250 KM का!
- चाय-पानी तक में बंदरबांट!
हर आयोजन में वही चेहरा!
ये घालमेल केवल जटराज कार्यक्रम तक सीमित नहीं है। योगा डे से लेकर इमलीछापर में तोड़फोड़ कार्य तक, हर छोटे-बड़े आयोजन में वही “चहेता ठेकेदार” दिखाई देता है। खास बात यह है कि इस ठेकेदार की मौजूदगी अधिकारियों की देर शाम बैठकों में भी रहती है — क्या तय होगा, किसे काम मिलेगा, यह वही ठेकेदार तय करता है।
सूचना के अधिकार में भी गोलमाल!
सूत्रों के अनुसार, जब आरटीआई के माध्यम से जानकारी मांगी जाती है, तो गलत विवरण साझा करने से भी विभाग नहीं हिचकता। चर्चा है कि विभाग पूरी तरह एक बाहरी ठेकेदार की “छत्रछाया” में संचालित हो रहा है।
भ्रष्टाचार पर जांच की मांग
कुसमुंडा के कर्मचारी और स्थानीय जन अब इस पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं। क्योंकि पर्सनल विभाग की इन हरकतों से पूरे एसईसीएल प्रबंधन की साख पर बट्टा लग रहा है। यदि निष्पक्ष जांच हो, तो एक के बाद एक कई बड़े घोटालों का खुलासा हो सकता है।
अभी तो यह शुरुआत है, आगे परत-दर-परत खुलासा होगा…
👉 क्या पर्सनल विभाग में चल रहा भ्रष्टाचार रुक पाएगा?
👉 क्या चहेते ठेकेदारों की मनमानी पर लगेगी लगाम?
फिलहाल, सवाल ज्यादा हैं — जवाबों का इंतजार है।