कोरबा। रिसदी मार्ग स्थित श्वेता हॉस्पिटल एक बार फिर विवादों में है। हाल ही में एक प्रसूता की मौत के बाद से अस्पताल के खिलाफ जनआक्रोश बढ़ता जा रहा है। लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं और लोगों द्वारा अस्पताल को बंद करने की मांग भी की जा रही है।
इसी सिलसिले में जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. एसएन केसरी ने अपनी टीम के साथ श्वेता हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में नर्सिंग होम एक्ट के तहत कई खामियां पाई गईं, जिनका पालन नहीं किया जा रहा था।
निरीक्षण टीम ने आवश्यक दस्तावेजों की कमी, प्रशिक्षित स्टाफ की अनुपस्थिति और मरीजों की सुरक्षा से जुड़ी अन्य व्यवस्थाओं में लापरवाही को रेखांकित किया। इन खामियों के आधार पर अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी करते हुए तत्काल जवाब मांगा गया है।
सीएमएचओ ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं स्थानीय लोग अस्पताल को बंद करने की अपनी मांग पर अब भी अड़े हुए हैं।
इस पूरे मामले ने जिले में निजी स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं और प्रशासन की निगरानी व्यवस्था पर भी नजरें टिक गई हैं।