दीपका, कोरबा (CG ई खबर |प्रमुख संपादक : ओम प्रकाश पटेल) – केंद्रीय कोयला राज्य मंत्री के संभावित दौरे को लेकर एसईसीएल दीपका क्षेत्र में ज़ोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं, लेकिन यह तैयारियां अब कर्मचारियों की जान पर बन आई हैं। सजावट और दिखावे के चलते खदान क्षेत्र में की जा रही अव्यवस्थित व्यवस्थाओं ने गंभीर हादसे को जन्म दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पूर्व एसईसीएल अधिकारी डीपी यादव उस समय गंभीर रूप से घायल हो गए जब उनके ऊपर खदान क्षेत्र में लगाया गया एक बड़ा पर्दा तेज़ हवा में उड़कर आ गिरा। वे अपनी बाइक से विभागीय दफ्तर से लौट रहे थे कि रास्ते में असंतुलित होकर गिर पड़े। हादसे में उनका घुटना टूट गया और उन्हें तत्काल उपचार के लिए ख हॉस्पिटल, कोरबा ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने ऑपरेशन की आवश्यकता बताई है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि खदान क्षेत्र में बड़ी संख्या में पर्दे, सजावट और रंगाई-पुताई के काम कराए जा रहे हैं ताकि मंत्री के समक्ष खामियों को छुपाया जा सके। परंतु इन अव्यवस्थाओं ने कर्मचारियों के लिए खतरनाक हालात पैदा कर दिए हैं। हादसे में एक अन्य कर्मचारी को भी मामूली चोटें आई हैं।
प्रबंधन की लापरवाही पर नाराज़गी
कर्मचारियों और स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि यह घटना एसईसीएल दीपका प्रबंधन की प्राथमिकताओं को उजागर करती है, जहां सजावटी चमक-धमक को सुरक्षा से ऊपर रखा जा रहा है। कर्मचारी संगठनों ने इस घटना को अत्यंत गंभीर बताते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और संभावित शिकायत
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी इस लापरवाही की निंदा की है और संकेत दिए हैं कि वे इस विषय को सीधे केंद्रीय कोयला राज्य मंत्री के समक्ष उठाएंगे।
निष्कर्ष:
यह हादसा केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक चेतावनी है – अगर एसईसीएल दीपका प्रबंधन ने समय रहते अपने कामकाज की दिशा नहीं बदली, तो भविष्य में इससे भी बड़े हादसे सामने आ सकते हैं। अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि क्या मंत्री महोदय इन सजावटी परतों के पीछे छुपी सच्चाई को देख पाएंगे, या फिर उन्हें भी सिर्फ चमकदार परदा ही दिखेगा।