कोरबा, 29 जुलाई (CG ई खबर): छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले आगामी 22 अगस्त को प्रस्तावित राज्यव्यापी आंदोलन की रणनीति तय करने हेतु 2 अगस्त को कोरबा के शिक्षक सदन में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में फेडरेशन के प्रांतीय पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में जिले के समस्त कर्मचारी-अधिकारियों व सभी सम्बद्ध संगठनों के पदाधिकारी शामिल होंगे।
फेडरेशन की ओर से बताया गया कि प्रदेशभर के शासकीय सेवकों की 11 सूत्रीय मांगों को लेकर पूर्व में 16 जुलाई को सांकेतिक धरना-रैली निकालकर मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन सौंपा गया था। प्रमुख मांगों में कैशलेस चिकित्सा सुविधा, महंगाई भत्ता, लंबित एरियर्स का भुगतान, 300 दिवस अर्जित अवकाश नगदीकरण, चार स्तरीय पदोन्नति वेतनमान, तथा कर्मचारियों-पेंशनरों के हित में केंद्र की "गारंटी" योजनाओं के समान प्रावधान शामिल हैं।
प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा सहित फेडरेशन के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि 20 अगस्त तक सरकार द्वारा मांगों का समाधान नहीं किया गया तो 22 अगस्त को समस्त कर्मचारी-अधिकारी सामूहिक अवकाश लेकर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
आगामी आंदोलन को व्यापक रूप देने हेतु हर जिले में प्रांतीय पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं। कोरबा जिले में 2 अगस्त को आयोजित होने वाली बैठक में श्री विन्देश्वर रौतिया, आलोक नागपुरे, पंकज पाण्डेय एवं विवेक दुबे जैसे वरिष्ठ प्रांतीय पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
इस बैठक की तैयारियों को लेकर 28 जुलाई को ही कोरबा के कर्मचारी भवन अंधरी कछार में एक आपात बैठक संपन्न हो चुकी है।
फेडरेशन जिला संयोजक के.आर. डहरिया, जगदीश खरे, तरुण सिंह राठौर, एस.एन. शिव सहित सभी प्रमुख जिला पदाधिकारियों एवं संबद्ध संगठनों के अध्यक्षों ने जिले के समस्त कर्मचारी-अधिकारियों से 2 अगस्त की बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने की अपील की है।
इस प्रेस विज्ञप्ति की जानकारी फेडरेशन जिला प्रवक्ता श्री ओमप्रकाश बघेल द्वारा साझा की गई है।
📌 मुख्य बिंदु:
- बैठक तिथि व समय: 2 अगस्त 2025, दोपहर 12:00 बजे
- स्थान: शिक्षक सदन, जिला कोरबा
- उद्देश्य: 22 अगस्त के आंदोलन की रणनीति तय करना
- उपस्थिति: प्रांतीय पर्यवेक्षक व सभी सम्बद्ध संगठन पदाधिकारी