🔴 48 घंटे में मुंगेली पुलिस की बड़ी कार्रवाई: SP भोजराम पटेल के निर्देशन में चार आरोपियों की गिरफ्तारी, दशरथ वर्मा हत्याकांड सुलझा
मुंगेली, 01 जुलाई 2025। (CG ई खबर) मुंगेली जिले के लोरमी थाना क्षेत्र में हुए सनसनीखेज हत्या के मामले में पुलिस ने महज 48 घंटे के भीतर हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (भा.पु.से.) के कुशल मार्गदर्शन और निगरानी में गठित विशेष टीम ने हत्या के चारों आरोपियों को धरदबोचा।
घटना का विवरण:
प्रार्थी संजय वर्मा, निवासी वार्ड क्रमांक 02 डोंगरीपारा, लोरमी ने 28 जून को अपने बड़े भाई दशरथ वर्मा (उर्फ रमाशंकर) के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। संजय ने बताया कि दशरथ 27 जून की रात को दोस्तों के साथ खाना खाने गया था और फिर लौटकर नहीं आया। अगली सुबह उसका मोबाइल भी बंद मिला।
जांच के दौरान सामने आया कि कुछ दिन पूर्व अज्जू ठाकुर की बहन की शादी में दशरथ वर्मा का झगड़ा हुआ था, जिससे रंजिश चल रही थी। रिपोर्ट के आधार पर लोरमी थाने में अपराध क्रमांक 411/24 के तहत धारा 140(1), 3(5) BNS में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
हत्या की साजिश और क्रूरता:
साइबर सेल व मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने मामले की तह में जाकर पाया कि दशरथ की हत्या उसी के परिचित अज्जू ठाकुर, चिंटू महरा उर्फ गौतम, पवन कुम्भकार और विवेक तिवारी ने मिलकर की थी।
जांच में पता चला कि 27 जून की रात को आरोपी चिकन व शराब पार्टी कर रहे थे, तभी रास्ते से गुजरते दशरथ को बुलाकर गाली-गलौज कर झगड़ा शुरू किया गया। बाद में उसे कंकालिन मंदिर के पीछे चबूतरे पर ले जाकर बुरी तरह पीटा गया और फिर चाकू से गले, सिर व माथे पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया गया।
इसके बाद शव को तार और गमछे से बांधकर मनियारी नदी में एक भारी पत्थर के साथ डुबा दिया गया। आरोपियों की निशानदेही पर शव को गोताखोरों की मदद से बरामद कर लिया गया है। हत्या में प्रयुक्त चाकू भी नदी किनारे झाड़ियों से बरामद कर लिया गया।
गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई:
पुलिस ने हत्या में शामिल चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ धारा 103(1), 238 BNS के तहत मामला दर्ज किया है। गिरफ्तार आरोपी इस प्रकार हैं:
- अजीत उर्फ अज्जू ठाकुर पिता गुलाब (उम्र 19 वर्ष)
- गौतम उर्फ चिंटू महरा पिता काशी (उम्र 19 वर्ष)
- विवेक तिवारी पिता रामनारायण (उम्र 18 वर्ष)
- पवन कुम्भकार पिता विनोद (उम्र 21 वर्ष)
सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
पुलिस टीम का सराहनीय योगदान:
इस जघन्य अपराध का पर्दाफाश करने में थाना प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार वैष्णव, साइबर सेल के उपनिरीक्षक सुशील कुमार बंछोर, एवं टीम के अन्य अधिकारी व जवानों – प्र.आर. नरेश यादव, यशवंत डाहिरे, लोकेश राजपूत, रवि जांगड़े, सउनि सुंदर लाल गोरले, निर्मल घोष, व अन्य की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
मुंगेली पुलिस ने इस तेजी से की गई कार्रवाई से यह स्पष्ट किया है कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून के शिकंजे से नहीं बच सकता।