रायपुर : (CG ई खबर) – दिल्ली में आयोजित कांग्रेस की ओबीसी सलाहकार परिषद की बैठक में शामिल होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर लौट आए हैं। रायपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि बैठक में जातिगत जनगणना को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि 25 जुलाई को कांग्रेस का बड़ा अधिवेशन होगा, जिसमें हर वर्ग की आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक भागीदारी को लेकर विस्तार से मंथन किया जाएगा।
ऑपरेशन रावण पर बचाव में दिखे बघेल
इसी दौरान मीडिया ने IBC24 न्यूज चैनल द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन रावण’ के खुलासे पर भूपेश बघेल से सवाल किया, जिसमें पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल (2020-2023) में 1500 करोड़ रुपये के घोटाले का दावा किया गया है। यह घोटाला आदिवासी छात्रावासों और आश्रमों के लिए सामग्री क्रय के नाम पर हुआ बताया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने इस मामले में सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा, “यह सिर्फ आरोप लगाने का मामला नहीं है,” और ठेकेदारों और स्व सहायता समूहों की बहनों की ओर इशारा करते हुए जवाब को टालने का प्रयास किया।
क्या है 'ऑपरेशन रावण'?
IBC24 न्यूज चैनल की स्पेशल रिपोर्ट 'ऑपरेशन रावण' में दावा किया गया है कि कांग्रेस सरकार के दौरान एक बड़े सुनियोजित घोटाले को अंजाम दिया गया, जिसमें आदिवासी अंचलों में छात्रावासों व आश्रमों के लिए सामग्री की खरीद के नाम पर भारी भ्रष्टाचार हुआ। इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए ठेकेदारों का सहारा लिया गया और वास्तविक आपूर्ति से अधिक बिल पास कर, सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया।
इस खुलासे ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है, वहीं भूपेश बघेल का इस पर जवाब न देना कई सवालों को जन्म दे रहा है।
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