कोरबा |(CG ई खबर) : छत्तीसगढ़ संकुल शैक्षिक समन्वयक शिक्षक संघ की प्रांतीय स्तरीय वर्चुअल बैठक संपन्न हुई जिसकी अध्यक्षता प्रदेशाध्यक्ष डॉ. पूर्णानंद मिश्रा ने की। बैठक में संकुल समन्वयकों की समस्याओं व मांगों पर चर्चा हुई और संगठन की मजबूती के लिए रामचंद्र सोनवंशी को कार्यकारी प्रांताध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई।
बैठक का मुख्य विषय नए शिक्षा मंत्री गजेन्द्र यादव का वह बयान रहा जिसमें उन्होंने कहा कि “सीएसी अपने संस्था में अध्यापन कार्य भी करेंगे।” संघ ने इस निर्देश का स्वागत किया और इसे शिक्षा गुणवत्ता सुधार के लिए सकारात्मक पहल बताया।
प्रदेशाध्यक्ष डॉ. मिश्रा ने कहा कि प्रदेश के 5547 संकुल समन्वयक पहले से ही प्रतिदिन मूल शाला में 3 पीरियड अध्यापन कार्य करने के साथ शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कार्यरत हैं। यह निर्णय शिक्षा मंत्री की दूरदर्शी सोच और समन्वयकों के प्रति सम्मान को दर्शाता है।
गैर-शैक्षिक कार्यों से नाराजगी
कार्यकारी प्रांताध्यक्ष रामचंद्र सोनवंशी ने कहा कि समन्वयकों से जाति/निवास/आय प्रमाण पत्र निर्माण, योजनाओं का प्रचार-प्रसार, छात्रवृत्ति, गणवेश वितरण, स्वच्छ भारत अभियान, यहाँ तक कि गिरदावरी और सोसायटी में चावल वितरण जैसे कार्य कराए जा रहे हैं जिनका शिक्षा से कोई संबंध नहीं है। इससे शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
छात्रों की पढ़ाई पर असर
उप प्रांताध्यक्ष ओमप्रकाश बघेल ने कहा कि गैर-शैक्षिक कार्यों के चलते मुख्यमंत्री गुणवत्ता अभियान 2025, मिशन 90 प्लस, FLN, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 जैसी योजनाओं पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। उन्होंने मांग की कि समन्वयकों को केवल शैक्षिक व अकादमिक कार्यों तक सीमित रखा जाए।
कानूनी आधार का हवाला
प्रांतीय महासचिव मोहन लहरी ने बताया कि RTE अधिनियम 2009 की धारा 27 के अनुसार शिक्षक केवल शिक्षण और उससे जुड़े कार्यों में लगाए जा सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी कई निर्णयों (1995, 2007, 2009) में स्पष्ट कहा है कि शिक्षक को केवल चुनाव, जनगणना और आपदा प्रबंधन जैसे कार्यों के लिए लगाया जा सकता है।
संगठन की मांग
संघ ने मांग की है कि शिक्षक व समन्वयकों को गैर-शैक्षिक कार्यों से मुक्त रखते हुए केवल पढ़ाई, प्रशिक्षण और शिक्षा संबंधी कार्यों में लगाया जाए ताकि शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाया जा सके।
बैठक में प्रांतीय पदाधिकारी, संभागाध्यक्ष, जिलाध्यक्ष व ब्लॉक अध्यक्षों सहित कोरबा जिले के कई समन्वयकों ने वर्चुअल रूप से सहभागिता की।
यह जानकारी सीएसी संघ के उप प्रांताध्यक्ष ओमप्रकाश बघेल द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जारी की गई।