कोरबा : गेवरा बस्ती / ओम प्रकाश पटेल — जेमिनी एआई टूल पर 'लाल साड़ी' ट्रेंड: खूबसूरती के पीछे छुपा जोखिम


लीड:
Google के Gemini (Nano Banana) टूल से बन रही रेट्रो/बॉलीवुड-स्टाइल लाल साड़ी वाली तस्वीरों का ट्रेंड देशभर में वायरल हो गया है। यह ट्रेंड सोशल मीडिया पर लाखों उपयोगकर्ताओं तक पहुंच चुका है — पर इस चमकदार फैशन के पीछे तस्वीरों के दुरुपयोग और डिजिटल शोषण का गंभीर खतरा भी उभर रहा है। 

क्या चल रहा है:
Gemini के इमेज-एडिटिंग फीचर (जिसे सोशल मीडिया पर 'Nano Banana' जैसे नामों से भी देखा जा रहा है) के जरिये साधारण सेल्फी को 90s-बॉलीवुड पोस्टर-स्टाइल, विंटेज लाइटिंग और लाल साड़ी में बदला जा रहा है। इस तरह के प्रॉम्प्ट और फिल्टर से तेज़ी से आकर्षक तस्वीरें बनती हैं और लोग इन्हें बड़े पैमाने पर शेयर कर रहे हैं। 

हमारे संपादकीय प्रयोग से क्या सामने आया:
CG ई खबर के प्रधान संपादक ओम प्रकाश पटेल ने खुद यह प्रयोग किया और Gemini में तस्वीर अपलोड कर अलग-अलग प्रॉम्प्ट दिए — परिणामस्वरूप सामने आई तस्वीरें हूबहू असल लगीं। हमारे रिपोर्टर ने भी ऐसा ही एक उदाहरण बनाया जिसमें उन्हें अस्पताल के बाहर घायल, हथियार और नशे के संदर्भों के साथ दिखाया गया — यानी कोई भी गलत इरादे वाला व्यक्ति इसी तरह की तस्वीरें बनाकर बदनाम या ब्लैकमेल कर सकता है। (CG ई खबर का संपादकीय प्रयोग)


कौन-सा जोखिम बढ़ता है:

  • किसी की असल तस्वीर को लेकर एआई से मनमानी शॉट्स, अश्लील या आपत्तिजनक इमेज/वीडियो बनाए जा सकते हैं और उन्हें छेड़छाड़/ब्लैकमेल में इस्तेमाल किया जा सकता है। कई मामलों में लोग पहले ही इसी तरह के AI-निर्मित कंटेंट से शिकार हुए हैं और गिरफ्तारी भी हुई है।

  • ट्रेंड की लोकप्रियता के साथ स्कैम साइट्स और फिशिंग भी फैल रही हैं — उपयोगकर्ताओं से तस्वीरें या पर्सनल डेटा लेकर गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। IPS और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ भी सावधानी की चेतावनी दे रहे हैं।

क्या करें — सुरक्षित रहने के सरल सुझाव:

  1. अपनी संवेदनशील तस्वीरें सार्वजनिक प्लेटफ़ॉर्म पर अपलोड न करें; प्रोफ़ाइल फ़ोटो और निजी तस्वीरों को सीमित पहुँच रखें। 

  2. केवल आधिकारिक/विश्वसनीय टूल और साइटों का प्रयोग करें — नकली साइट्स और अज्ञात ऐप्स से दूर रहें। 

  3. अगर किसी ने आपकी तस्वीरों से गलत सामग्री बनाई है तो नज़दीकी साइबर सेल/पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएँ — कई मामलों में गिरफ्तारी और एफआईआर दर्ज हुई है। 

  4. मोबाइल-और-ऐप प्राइवेसी सेटिंग्स चेक करें; जहाँ संभव हो AI-डाटा शेयरिंग/ट्रेनिंग ऑप्शन बंद कर दें। 

नोट — टेक्नोलॉजी बनाम सुरक्षा:
एआई और इमेज-एडिटिंग टूल रचनात्मकता के नए रास्ते खोल रहे हैं, पर साथ ही यह भी ज़रूरी है कि टेक कंपनियाँ और प्लेटफ़ॉर्म सुरक्षा-मैकेनिज़्म (जैसे पानी-मार्किंग, SynthID या स्पष्ट उपयोग-नीतियाँ) मजबूत करें ताकि किसी की निजी पहचान और इज्जत का दुरुपयोग रोका जा सके। विशेषज्ञ और अधिकारिक संस्थाएँ भी इस पर लगातार चेतावनी और गाइडलाइन दे रही हैं।

CG ई खबर का एंगेजमेंट:
यह मामला खासकर महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ा है — इसलिए CG ई खबर इस ट्रेंड के दोनों पहलुओं (रचनात्मकता और जोखिम) को आगे भी कवर करेगी, तथा पाठकों को सतर्क रहने और रिपोर्ट करने के उपाय बताएगी।

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