जांजगीर-चांपा/CG ई खबर : जिले के बिर्रा थाना क्षेत्र के ग्राम करही में जहरीली शराब से दो युवकों की मौत का मामला सामने आया है। शुरुआत में इसे सामान्य जहरीली शराब का मामला माना गया था, लेकिन पुलिस जांच में बड़ा खुलासा हुआ। दरअसल यह कोई हादसा नहीं बल्कि एक सुनियोजित हत्या थी, जिसकी साजिश अवैध शराब बेचने वाले ने अपने ही भाई के साथ मिलकर रची थी।
मिली जानकारी के अनुसार 15 सितंबर 2025 की सुबह ग्राम करही निवासी सूरज यादव और मनोज कश्यप रोज की तरह शराब पीने के लिए गांव के अवैध शराब विक्रेता सुरेंद्र उर्फ भोला टंडन के पास पहुंचे। वहां से शराब खरीदने के बाद दोनों पास की दुकान से चखना लेकर वहीं बैठ गए। शराब पीते ही उनकी हालत बिगड़ गई और आनन-फानन में दोनों को राधा कृष्ण अस्पताल, सारंगढ़ ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
घटना की जानकारी मिलते ही सारंगढ़ पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की और मामला बिर्रा थाना को सौंपा गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप के मार्गदर्शन तथा एसडीओपी चांपा यदुमणि सिदार के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई।
पूछताछ में बड़ा खुलासा
पुलिस टीम ने आरोपी सुरेंद्र उर्फ भोला टंडन को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पहले तो उसने खुद को निर्दोष बताया, लेकिन तकनीकी साक्ष्य और कड़ी पूछताछ के दबाव में उसने अपराध स्वीकार कर लिया। भोला ने खुलासा किया कि मृतक सूरज और मनोज अक्सर उसके घर-दुकान में शराब पीकर विवाद करते थे और पुलिस से पकड़ा देने की धमकी देते थे। इससे परेशान होकर उसने अपने चचेरे भाई अनिल टंडन के साथ मिलकर दोनों की हत्या की योजना बनाई।
योजना के तहत 14 सितंबर की शाम अनिल टंडन ने भोला को अंग्रेजी शराब का पव्वा और सुहागा उपलब्ध कराया। भोला ने उसमें सुहागा मिलाकर रख दिया और अगले दिन 15 सितंबर की सुबह सूरज और मनोज को वही जहरीली शराब बेच दी। शराब पीते ही दोनों की तबीयत बिगड़ी और इलाज के दौरान मौत हो गई।
फिलहाल पुलिस ने मुख्य आरोपी सुरेंद्र उर्फ भोला टंडन को गिरफ्तार कर लिया है और उसके सहयोगी अनिल टंडन की भूमिका की जांच की जा रही है। दोनों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

