मुरादाबाद (CG ई खबर): नाबालिग छात्रा से वर्जिनिटी सर्टिफिकेट मांगने के सनसनीखेज मामले में जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। शनिवार को प्रशासनिक टीम ने पाकबड़ा थाना क्षेत्र स्थित जामिया अहसानुल बनात गर्ल्स मदरसा की विस्तृत जांच की। इस दौरान एक ही परिसर में संचालित पाँच संस्थाओं के दस्तावेज जब्त कर लिए गए हैं।
जिलाधिकारी मुरादाबाद के निर्देश पर एसडीएम सदर राममोहन मीणा की अगुवाई में तीन सदस्यीय टीम—जिला विद्यालय निरीक्षक देवेंद्र कुमार पांडेय और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी दिलीप कुमार—ने मदरसे का निरीक्षण किया। जांच के दौरान अधिकारियों ने प्रबंध तंत्र से विस्तृत पूछताछ की और संस्थान से जुड़े दस्तावेजों की वैधता की जांच शुरू की।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि मदरसे परिसर में जैविक कन्या इंटर कॉलेज, एआईए एजुकेशनल सोसाइटी, और एआईए दावा एकेडमी सहित कुल पाँच संस्थाएं संचालित हो रही हैं। प्रशासन ने इन सभी के दस्तावेज जब्त कर जांच प्रारंभ कर दी है। टीम देर शाम तक परिसर में मौजूद रही।
जबरन दस्तावेज मांगना अपराध की श्रेणी में
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि किसी छात्रा या अभिभावक से जबरन दस्तावेज मांगना या अभद्रता करना गंभीर अपराध है। पुलिस ने अब तक एडमिशन सेल इंचार्ज शाहजहाँ को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि प्रधानाचार्या रहनुमा और अन्य स्टाफ की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
प्रशासन ने अपनाया कड़ा रुख
जिला प्रशासन ने कहा है कि जांच में आरोप सही पाए जाने पर संस्थान के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि छात्राओं की सुरक्षा और गरिमा से कोई समझौता न हो। विभागीय जांच जारी है और प्रशासनिक रिपोर्ट आने के बाद इस प्रकरण में बड़े एक्शन की संभावना जताई जा रही है।


