भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा बुधवार सुबह किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर की गई सटीक मिसाइल कार्रवाई के बाद पूरे उत्तर भारत में सुरक्षा का माहौल और अधिक सख्त हो गया है। इस सैन्य कार्रवाई के मद्देनजर नागरिक जीवन भी प्रभावित होने लगा है।
हवाई सेवाएं ठप
"ऑपरेशन सिंदूर" के कारण उत्पन्न हुए तनाव और हवाई क्षेत्र में बदलती स्थितियों को देखते हुए भारतीय एयरलाइंस ने श्रीनगर सहित उत्तर भारत के कई शहरों के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं। वहीं, दिल्ली एयरपोर्ट ने बुधवार को यात्रियों के लिए एक ट्रेवल एडवाइजरी जारी की है, जिसमें यात्रियों से कहा गया है कि वे यात्रा से पहले एयरलाइन से स्थिति की पुष्टि कर लें।
सैन्य कार्रवाई के प्रमुख लक्ष्य
भारत सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा के ठिकाने मुरीदके सहित कम से कम नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने संयुक्त रूप से हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस कार्रवाई पर पल-पल की निगरानी कर रहे थे।
शैक्षणिक संस्थानों पर असर
तनावपूर्ण हालात के बीच कश्मीर के तीन जिलों, जम्मू के पांच और पंजाब के तीन सीमावर्ती जिलों में सभी स्कूल और कॉलेज आज बंद रखे गए हैं। इसके अलावा कश्मीर विश्वविद्यालय की 7 मई को होने वाली सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। यह निर्णय सुरक्षा कारणों के मद्देनजर लिया गया है।
पाकिस्तानी प्रतिक्रिया
पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने दावा किया है कि भारत ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बहावलपुर, और POK के कोटली व मुजफ्फराबाद में हवाई हमले किए हैं। ISPR ने इसे भारत की "आक्रामक कार्रवाई" बताया है, जबकि भारत ने इसे "आतंकवाद के विरुद्ध जरूरी जवाबी कार्रवाई" करार दिया है।
भारत सरकार की प्रेस कांफ्रेंस
बुधवार सुबह 10:30 बजे भारत सरकार ने औपचारिक प्रेस कांफ्रेंस कर ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी साझा की और स्पष्ट किया कि यह हमला आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त नीति का हिस्सा है।
निष्कर्ष:
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने साफ संदेश दे दिया है कि वह अपनी सीमा और नागरिकों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा। देशभर में सतर्कता बढ़ा दी गई है और आम लोगों से अपील की गई है कि वे शांति बनाए रखें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।