कटघोरा एसडीएम ने कलेक्टर के निर्देश पर की जांच, दीपका विस्तार परियोजना के अंतर्गत हुआ था अधिग्रहण
कोरबा, 01 जुलाई 2025। (CG ई खबर | प्रमुख संपादक : ओम प्रकाश पटेल) एसईसीएल की दीपका विस्तार परियोजना के तहत ग्राम मलगांव में अधिग्रहित भूमि पर किए गए परिसंपत्ति सर्वेक्षण में भारी अनियमितता उजागर हुई है। कटघोरा एसडीएम श्री रोहित सिंह के नेतृत्व में की गई जांच में 152 मकान काल्पनिक पाए गए हैं, जिनके नाम पर मुआवजा स्वीकृत किया गया था।
यह कार्रवाई कलेक्टर श्री अजीत वसंत के निर्देश पर की गई, जिसमें राजस्व अमले और एसईसीएल दीपका के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने भाग लिया। जांच में पाया गया कि वर्ष 2022-23 में किए गए सर्वेक्षण में तैयार की गई 1638 मेजरमेंट बुक में से 152 मकान ऐसे थे, जो मौके पर मौजूद ही नहीं थे।
एसईसीएल द्वारा पहले 78 मकानों की सूची प्रस्तुत की गई थी, जो भौतिक रूप से नहीं थे। इसके अतिरिक्त, राजस्व अधिकारियों द्वारा विस्थापन के समय गूगल अर्थ की 2018-2022 की फोटो से पुष्टि की गई कि और 74 मकान भी काल्पनिक हैं।
इस गंभीर अनियमितता पर एसडीएम ने एसईसीएल दीपका के मुख्य महाप्रबंधक को पत्र जारी कर स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि 152 काल्पनिक मकानों के मुआवजे का भुगतान किसी भी स्थिति में न किया जाए। यदि किसी को भुगतान हो चुका है, तो संबंधितों से 15 दिन के भीतर वसूली की जाए। साथ ही, सभी मुआवजा निरस्तीकरण की प्रक्रिया तीन दिनों में पूरी कर एसडीएम कार्यालय को अवगत कराने को कहा गया है।
यह मामला न केवल सरकारी धन के दुरुपयोग की आशंका को उजागर करता है, बल्कि भविष्य में अधिग्रहण से जुड़ी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और सतर्कता की आवश्यकता को भी रेखांकित करता है।