दुर्ग, 14 जुलाई (CG ई खबर)। जिले के नंदिनी रोड स्थित एसीसी सीमेंट प्लांट, जामुल की कॉलोनी में रविवार देर रात एक सनसनीखेज चोरी की वारदात सामने आई है। एक ही रात में करीब 12 मकानों में चोरी की घटना ने कॉलोनीवासियों को दहशत में डाल दिया है। इन मकानों में प्लांट के वरिष्ठ अधिकारियों के घर भी शामिल हैं।
चोर गिरोह की करतूत का शक
जानकारी के मुताबिक, चोरी की यह घटना किसी एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि संगठित चोर गिरोह की करतूत लग रही है। चोरों ने हर मकान में बारीकी से समय बिताकर अलमारियों को तोड़ा और कीमती सामान खोज कर ले गए। लगभग सभी मकानों में 2-3 अलमारियां तोड़कर सोने-चांदी के जेवरात, नकद रकम और कीमती वस्तुएं चुराई गई हैं।
60 लाख की चोरी की पुष्टि, आंकड़ा 1.5 करोड़ तक पहुंचने की आशंका
छावनी थाना पुलिस को सूचना मिलते ही अमला मौके पर पहुंचा और जांच शुरू कर दी गई है। अब तक 8 मकानों की जांच पूरी हो चुकी है, जिसमें करीब 60 लाख रुपये की चोरी की पुष्टि हुई है। वहीं, बाकी 4 मकान जो प्लांट के उच्च अधिकारियों के हैं, वहां चोरी की जांच के बाद यह आंकड़ा 1 से 1.5 करोड़ रुपये तक पहुंचने की आशंका जताई जा रही है।
कॉलोनीवासियों में आक्रोश और संदेह
इस वारदात को लेकर कॉलोनीवासियों में जबरदस्त आक्रोश है। पीड़ितों का कहना है कि कॉलोनी में सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी प्लांट प्रबंधन की है। एक ही रात में इतने बड़े पैमाने पर हुई चोरी से यह स्पष्ट है कि सुरक्षा व्यवस्था नाकाम रही है।
कॉलोनीवासियों का यह भी मानना है कि सूनी हवेली की जानकारी अंदर से लीक की गई होगी। क्योंकि जिन मकानों में चोरी हुई है, वे एक-दूसरे से दूर-दूर हैं और ऐसे में एक रात में सभी मकानों को टारगेट करना पूर्व-नियोजित योजना का हिस्सा हो सकता है।
प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोगों ने कंपनी प्रबंधन और पुलिस प्रशासन से दोषियों की जल्द गिरफ्तारी और सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की है। वहीं पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड और संदिग्धों की गतिविधियों की जांच में जुट गई है।
यह घटना सुरक्षा तंत्र की बड़ी चूक और कॉलोनी में रहने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है।