तिरुवनंतपुरम: आशा कार्यकर्ताओं की प्रोत्साहन राशि में बढ़ोतरी, केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत केरल में लंबे समय से मानदेय और सेवानिवृत्ति लाभ में वृद्धि की मांग को लेकर आंदोलन कर रहीं आशा कार्यकर्ताओं को बड़ी राहत मिली है। केंद्र सरकार द्वारा उनकी मासिक प्रोत्साहन राशि बढ़ाने के कथित निर्णय का शनिवार को आशा कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हाल ही में ‘मिशन स्टीयरिंग ग्रुप (MSG)’ की नौवीं बैठक में केंद्र सरकार ने आशा कार्यकर्ताओं की मासिक प्रोत्साहन राशि को 2,000 रुपये से बढ़ाकर 3,500 रुपये करने और सेवानिवृत्ति लाभ को 20,000 से बढ़ाकर 50,000 रुपये करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
केरल आशा स्वास्थ्य कार्यकर्ता संघ (KAHWA) की प्रदेश उपाध्यक्ष एस. मिनी ने बताया कि उनका संगठन इस मुद्दे को लेकर लंबे समय से संघर्ष कर रहा है और दो बार संसद तक मार्च निकाल चुका है। उन्होंने कहा, “हम केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं। इस योजना को शुरू हुए 18 साल हो गए थे लेकिन अब तक राशि में कोई वृद्धि नहीं हुई थी।”
एस. मिनी ने बताया कि 10 फरवरी से सचिवालय के सामने अनिश्चितकालीन प्रदर्शन जारी है। उन्होंने यह भी बताया कि कई सांसदों ने उनके आंदोलन को समर्थन देते हुए केंद्र सरकार के समक्ष उनकी मांगें रखने का आश्वासन दिया था, जिसका यह परिणाम है।
हालांकि, मिनी ने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक राज्य सरकार आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय को 7,000 रुपये से बढ़ाकर 21,000 रुपये नहीं करती और सेवानिवृत्ति पर 5 लाख रुपये का लाभ नहीं देती, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
गौरतलब है कि केरल में आशा कार्यकर्ताओं को फिलहाल राज्य सरकार की ओर से 7,000 रुपये का मासिक मानदेय दिया जाता है। जबकि केंद्र और राज्य सरकारें प्रोत्साहन राशि को 60:40 के अनुपात में साझा करती हैं।
आशा कार्यकर्ताओं का यह आंदोलन अब केवल आर्थिक लाभ नहीं, बल्कि उनके योगदान की मान्यता और सम्मान की भी मांग बन चुका है।