कोरबा/दीपका, 28 जुलाई (CG ई खबर |प्रमुख सम्पादक : ओम प्रकाश पटेल): एसईसीएल दीपका क्षेत्र के अंतर्गत कार्यरत ठेका कंपनी केसीसी कलिंगा कंपनी के एक कर्मचारी गोपाल बिंझवार गंभीर दुर्घटना के बाद आंख की समस्या से जूझ रहे हैं। हादसे के दो महीने बाद भी उन्हें न इलाज मिला, न वेतन, जिससे उनका परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच चुका है।
जानकारी के मुताबिक, गोपाल बिंझवार 18 फरवरी 2025 को असिस्टेंट सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत रहते हुए 27 नंबर कांटा से कोयला लोड कर 18-19 हापड़ में खाली करने जा रहे थे। इस दौरान पीछे से एक वाहन बैक कर रहा था, उसी समय कोयले का टुकड़ा उछलकर उनकी आंख में लग गया, जिससे उनकी आंख बुरी तरह डैमेज हो गई।
पीड़ित द्वारा घटना की सूचना तत्काल HRO और अन्य अधिकारियों को दी गई। अधिकारियों ने उन्हें आराम करने और इलाज के लिए कहा, साथ ही आश्वासन दिया कि जब तक आंख ठीक नहीं होती, तब तक उन्हें वेतन दिया जाएगा। लेकिन दो महीने बीत जाने के बाद भी ना वेतन मिला और ना ही इलाज की कोई व्यवस्था की गई।
परिवार का गुजारा हो रहा मुश्किल
गोपाल बिंझवार ने बताया कि उनके परिवार की आजीविका कंपनी की नौकरी से चलती थी। अब वेतन बंद होने से खाने तक के लाले पड़ गए हैं। इलाज के नाम पर केवल आश्वासन दिया जा रहा है। ऐसे में मजबूरीवश उन्होंने कंपनी के मुख्य गेट पर परिवार के साथ धरने की चेतावनी दी है।
प्रबंधन पर गंभीर आरोप
पीड़ित का कहना है कि कलिंगा कंपनी जब कोयला और मिट्टी के काम को बखूबी कर सकती है, तो अपने कर्मचारियों के इलाज और अधिकारों की अनदेखी क्यों कर रही है? यदि यही रवैया रहा तो कर्मचारियों का कंपनी से भरोसा उठ जाएगा।
गोपाल बिंझवार की मांगें:
- आंख के समुचित इलाज की तत्काल व्यवस्था हो।
- बीते दो महीनों का वेतन तत्काल जारी किया जाए।
- भविष्य में दुर्घटनाओं के मामलों में उचित मुआवजा और राहत नीति बने।
अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो गोपाल अपने परिवार के साथ कलिंगा कंपनी के मुख्य गेट पर अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगे।
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