बिलासपुर | (CG ई खबर): कोरबा जिले के वनांचल क्षेत्र मोरगा में सक्रिय पत्रकार हजरत खान पर बीती रात जानलेवा हमला हुआ। घटना रविवार रात लगभग 3 बजे की बताई जा रही है। हमले में पत्रकार को गंभीर चोटें आई हैं।
जानकारी के अनुसार, पत्रकार हजरत खान अपनी भतीजी सबाना खान के घर पर ठहरे हुए थे। रात करीब 3:10 बजे संत कुमार तिवारी अपने साथियों के साथ घर में घुस आया और गाली-गलौज करते हुए धमकी दी। इसके बाद रॉड और डंडे से उनके सिर व हाथ-पैर पर जानलेवा हमला किया। अचानक हुए इस हमले से हजरत खान गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना के बाद उन्होंने तत्काल अपनी पत्नी रेश्मा और साले शेख अकिल को इसकी जानकारी दी। इसके बाद थाना पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया। पुलिस ने हमलावरों पर BNS की धारा 296, 115(2), 351(2), 333 और 3(5) के तहत अपराध दर्ज किया है।
पत्रकारों पर हमले का सिलसिला थमने का नाम नहीं
देशभर में लगातार पत्रकारों पर हमलों की घटनाएं सामने आ रही हैं। कहीं पत्रकारों की हत्या कर दी जाती है, तो कहीं उन पर जानलेवा हमले किए जाते हैं।
यह सवाल अब और गहरा हो गया है—
- क्या पत्रकारों के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून लागू नहीं किया जा सकता?
- क्या पत्रकारों की जान का कोई मोल नहीं है?
- आखिर पत्रकारों पर हो रहे हमलों से शासन-प्रशासन क्यों बेपरवाह है?
- आरोपी अब तक पुलिस की गिरफ्त में क्यों नहीं आए? उन्हें संरक्षण कौन दे रहा है?
- क्या इस बार प्रशासन ठोस कार्रवाई करेगा या यह मामला भी ठंडे बस्ते में चला जाएगा?
यह घटना न सिर्फ पत्रकार जगत के लिए चिंता का विषय है, बल्कि प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।