रायपुर (CG ई खबर): छत्तीसगढ़ की सियासत में एक बार फिर शब्दों की जंग छिड़ गई है। बीजेपी ने कांग्रेस पर सीधा हमला करते हुए उसे “चमचों की पार्टी” करार दिया है। दरअसल, यह विवाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत की नसीहत से शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने कहा था कि “नेता अपने-अपने चमचों को संभालें, जो अति-उत्साह में पार्टी की बातें सार्वजनिक कर मुश्किलें खड़ी करते हैं।”
महंत की इस टिप्पणी पर बीजेपी ने करारा कटाक्ष करते हुए सोशल मीडिया पर दो पोस्ट किए। पहली पोस्ट में कांग्रेस के राजीव भवन का नाम बदलकर “चमचा भवन” दिखाया गया, जबकि दूसरी पोस्ट में पूर्व सीएम भूपेश बघेल और मंत्री रविन्द्र चौबे पर तंज कसा गया। इसमें बघेल के हवाले से लिखा गया – “चमचा होना कोई खराबी हे का, पूरा पार्टी 10 जनपद के चमचागिरी करत हे।” यह पोस्ट वायरल होते ही बीजेपी नेताओं ने इसे कांग्रेस का “असल कल्चर” करार दिया।
वहीं, कांग्रेस ने भी पलटवार करने में देर नहीं की। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने जवाब देते हुए कहा – “अगर राजीव भवन चमचा भवन है तो बीजेपी मुख्यालय का नाम नमक हराम भवन होना चाहिए।” साथ ही उन्होंने महंत की नसीहत का बचाव करते हुए कहा कि यह पार्टी संगठन की मजबूती के लिए कही गई बात है।
गौरतलब है कि बुधवार को राजीव भवन में नगर और जिला अध्यक्षों की मैराथन बैठक हुई थी। इसी दौरान महंत ने नेताओं को चेताया कि उनके समर्थक या “चमचे” अनुशासन तोड़कर पार्टी की अंदरूनी बातें बाहर न फैलाएं। इसी बयान को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर चमचागिरी कल्चर हावी होने का आरोप लगाया।
अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या कांग्रेस सचमुच इस मुद्दे को गंभीरता से लेगी और सुधार की दिशा में कदम बढ़ाएगी, या फिर हमेशा की तरह यह विवाद भी सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी तक सीमित रह जाएगा।