(CG ई खबर – विजय चौहान, बिलासपुर संभाग ब्यूरो चीफ़)
कोरबा: जिले में पुलों की जर्जर हालत अब गंभीर चिंता का विषय बन चुकी है। 40 साल पुराना कुदुरमाल पुल पूरी तरह बंद कर दिया गया है, जबकि बालको का बेलगिरी पुल भी बंद होने की कगार पर है। तकनीकी टीम ने इसकी संरचना को भी असुरक्षित बताया है।
ट्रैफिक 400 गुना बढ़ा, पुल नहीं हुए मजबूत
पिछले 25–30 वर्षों में जिले में कोयला खदानों, परियोजनाओं और भारी वाहनों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
- रोजाना 4,000 से अधिक भारी वाहन कोयला परिवहन में शामिल
- ट्रैफिक दबाव लगभग 400 गुना बढ़ा
इसके बावजूद पुलों का विस्तार या नए पुलों के निर्माण की दिशा में विभाग ठोस कदम नहीं उठा पाया।
कुदुरमाल पुल बंद, अब 50 किमी लंबा चक्कर
लगभग 600 मीटर लंबा कुदुरमाल पुल गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो चुका है। स्लैब धंसने के बाद पुल को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया।
अब कोरबा से बिलासपुर, रायगढ़, जशपुर जाने वाले यात्री और वाहन चालकों को 50 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है।
स्थानीय लोग इसे विभाग की गंभीर लापरवाही बताते हुए जल्द नए पुल निर्माण और वैकल्पिक मार्ग की मांग कर रहे हैं।

