हरदी बाज़ार (CG ई खबर | प्रमुख संपादक : ओम प्रकाश पटेल) : हरदी बाज़ार। क्षेत्र के छिंदपुर निवासी पवन कुमार श्रीवास (46 वर्ष), पिता–रामआश्रय, आज सुबह सड़क किनारे मृत अवस्था में मिले। अचानक हुई इस घटना से पूरे गांव में दहशत फैल गई है और तरह-तरह की चर्चाएँ तेज हो गई हैं।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची, पंचनामा किया, मर्ग कायम किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
लेकिन मौत के हालातों ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए—
- क्या यह वास्तव में रोड एक्सीडेंट था?
- या किसी ने इस मौत को हादसे का रूप देकर सच्चाई छिपाने की कोशिश की?
ग्रामीणों की आशंकाएँ और आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि:
- मृत शरीर की स्थिति,
- घटनास्थल की परिस्थिति,
- और शरीर पर मिले निशान
स्पष्ट रूप से बता रहे हैं कि मामला सामान्य नहीं है।
लोगों ने आरोप लगाया कि पंचनामा असली घटना स्थल पर नहीं किया गया, जिससे संदेह और भी गहरा हो गया है।
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि पुलिस की प्रारंभिक कार्रवाई ढीली और अधूरी रही, जिससे भरोसा बढ़ने के बजाय संदेह और बढ़ गया।
गांव में अब सिर्फ एक ही चर्चा है—
क्या पुलिस सच सामने लाएगी, या यह केस भी संदिग्ध मौत की फाइलों में खो जाएगा?
परिवार पर टूटा दुख का पहाड़ — बच्चों के भविष्य पर संकट
पवन कुमार श्रीवास अपने पीछे दो मासूम बच्चों को छोड़ गए हैं—
- 11 साल का बेटा : हर्ष श्रीवास
- 5 साल की बेटी : मुस्कान श्रीवास
दोनों बच्चों की आँखों में सिर्फ एक सवाल है—
"पापा वापस क्यों नहीं आए?"
गांव शोक और आक्रोश में डूबा है। लोग परिवार को न्याय दिलाने और घटना की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा सच
अब पूरा मामला पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिका है।
यही रिपोर्ट साफ करेगी कि—
- यह वास्तविक सड़क हादसा था
या - सुनियोजित हत्या, जिसे एक्सीडेंट का रूप दिया गया।
गांव और परिवार की नजरें अब पुलिस और मेडिकल रिपोर्ट पर टिकी हुई हैं।
न्याय की उम्मीद अभी बाकी है।

