गेवरा, 12 मई 2025 –
ग्राम नराईबोध के मूल निवासियों ने मकान मुआवजा राशि में की गई अनुचित कटौती के विरोध में आज SECL गेवरा महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष जमकर नारेबाज़ी की और एक लिखित ज्ञापन सौंपते हुए न्याय की मांग की। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व ग्राम की पार्षद अमिला पटेल एवं उनके पति राकेश पटेल ने किया।
इस प्रदर्शन की पृष्ठभूमि तब बनी जब 07 मई 2025 को SECL द्वारा राकेश पटेल को सूचित किया गया कि नराईबोध ग्रामवासियों का मुआवजा तैयार हो चुका है और वे इसकी जानकारी गांव में दे दें। सूचना मिलते ही राकेश पटेल ने ग्रामीणों को सूचित किया कि वे अपने-अपने मुआवजा की राशि आकर जांच लें।
लेकिन जब ग्रामीणों ने मुआवजा सूची का अवलोकन किया, तो यह देखकर स्तब्ध रह गए कि तय की गई राशि से उनके मकान की लागत भी पूरी नहीं हो रही है। इससे व्यथित होकर 08 मई 2025 को गांव में एक आम बैठक आयोजित की गई, जिसमें सभी ने सामूहिक रूप से विरोध का निर्णय लिया।
इसके बाद आज, 12 मई को सैकड़ों की संख्या में ग्रामवासी SECL गेवरा GM ऑफिस पहुंचे और जमकर नारेबाज़ी करते हुए प्रबंधन को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में स्पष्ट किया गया कि यदि 7 दिनों के भीतर — यानी 19 मई 2025 तक — मकान मुआवजा राशि में उचित सुधार नहीं किया गया, तो ग्रामवासी गेवरा खदान में अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ करेंगे।
राकेश पटेल ने मीडिया को बताया, "यह लड़ाई हमारे अधिकार की है, हम चुप नहीं बैठेंगे। जब तक न्याय नहीं मिलता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।"